अमर भारती के तत्वावधान में अक्षर भारती द्वारा अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत संयोजक अक्षय जैन और संचालक डॉ० सत्यम भास्कर के नेतृत्व में हुआ।
इस मौके पर प्रसिद्ध कवियित्री अर्चना वर्मा, स्नेहलता पांडेय, राजरानी भल्ला, एकता सिंह और ऋतु रस्तोगी ने शिरकत की। कार्यक्रम की शुरुआत स्नेहलता पांडेय ने सरस्वती वंदना से की।
संयोजक अक्षय जैन ने सभी का स्वागत किया। एकता सिंह ने एक मार्मिक लघु कथा जिसमें पिता-पुत्री के संबंध को दर्शाया।
पेशे से शिक्षिका अर्चना वर्मा ने कविता ‘जीता हूँ रण में कायल मेरा स्वभाव नहीं ‘ से की। इसके बाद ऋतु रस्तोगी ने अपनी प्रस्तुति ‘मन’ की इच्छा’ से सबका मन मोह लिया। कवियित्री प्रिया ने माता सीता से संबंधित ‘प्रेम तुन्हारा रघुराई’ से मंत्रमुग्ध किया।
सत्यम भास्कर ने ‘राम तुझमें भी है राम मुझमें भी है’ से मंत्रमुग्ध किया।
कार्यक्रम के अन्त में संयोजक अक्षय जैन ने सभी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
समूह सम्पादक, अमर भारती शैलेन्द्र जैन के नेतृत्व में काव्य गोष्ठी का आयोजन लगातार सम्पन्न हो रहा है।
संयोजक अक्षय जैन ने सभी कवियि त्री को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी।